TY - BOOK AU - स्वामी सत्यप्रकाश सरस्वती (संपादक) AU - उपाध्याय, गंगाप्रसाद TI - श्रीशुक्ल यजुर्वेदीय शतपथ ब्राह्मण U1 - H 294.5921 21st ed PY - 1988/// CY - दिल्ली PB - गोविंदराम हसानन्द KW - Religion-India KW - Vedic religion KW - धर्म-भारत KW - वैदिक धर्म KW - भाष्य N1 - समस्त ब्राह्मण-ग्रन्थों के मध्य शतपथ ब्राह्मण सर्वाधिक बृहत्काय है। शुक्लयजुर्वेद की दोनों शाखाओं-माध्यान्दिन तथा काण्व में यह उपलब्ध है। यह तैत्तिरीय ब्राह्मण के ही सदृश स्वराङिकत है।[1] अनेक विद्वानों के विचार से यह तथ्य इसकी प्राचीनता का द्योतक है। ER -